
मंत्री ने नहीं लिया संज्ञान तो भड़के भाजपा कार्यकर्ता
अंबेडकरनगर। जिले के एक दिवसीय दौर पर शुक्रवार को पहुंचे प्रभारी मंत्री गिरीशचंद्र यादव को पार्टी के कार्यकर्ताओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा। अलग-अलग विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाने पर प्रभारी मंत्री ने संज्ञान नहीं लिया तो कई पार्टी नेता भड़क गए। आक्रोश जताते हुए कहा कि जब उन सबकी बात सुननी ही नहीं तो फिर जिले में ऐसे दौरे का मतलब ही क्या। पार्टी नेताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं के बजाय अधिकारियों की तरफदारी के ऐसे ही रवैये का खामियाजा पार्टी को यहां व अन्य जगहों पर हार के तौर पर देखने को मिला है।
प्रभारी मंत्री के पहुंचने के बाद अकबरपुर वीवीआईपी गेस्ट हाउस में जिला कमेटी, मंडल अध्यक्ष, मोर्चों के जिलाध्यक्ष व पूर्व जिलाध्यक्षों के साथ आयोजित बैठक में बिजली विभाग के रवैये पर पार्टी नेताओं का आक्रोश फूटा। कई थाना प्रभारियों, अलग-अलग विभाग के अधिकारियों पर भी मनमानी का आरोप लगाया गया। मंत्री बैठक से निकलकर बाहर पहुंचे तो वहां कई नेताओं ने उन्हें रोक लिया।
इसके बाद बिजली विभाग के अभियंताओं पर फोन न उठाने, मनमाने ढंग से कार्रवाई करने, शिकायतों का संज्ञान न लेने जैसे आरोपों की झड़ी लगा दी। बताया जाता है कि मंत्री ने इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और कार की तरफ बढ़ गए। इस पर कई पार्टी नेता भड़क उठे। मंत्री को खरा-खोटा सुनाते हुए कहा कि जब ऐसे ही आकर चले जाना है तो फिर नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात का क्या मतलब है। नेताओं ने मंत्री के सामने आक्रोश जताते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं के बजाय अधिकारियों की तरफदारी करने का ही नतीजा लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा है। पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला कमेटी के पदाधिकारी ने कहा कि करारी हार के बाद भी अभी आंख नहीं खुल रही है तो आने वाले दिनों में परिणाम और गंभीर होंगे।